आज हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताने वाले हैं जहां जाना मौत को निमंत्रण देने जैसा है। जी हाँ, हम बात कर रहे हैं ब्राजील के रहस्यमयी ‘स्नेक आइलैंड’ (Island of Snakes) की, जिसे स्थानीय भाषा में ‘इलहा दा क्विमाडा ग्रांड’ (Ilha da Queimada Grande) के नाम से जाना जाता है।
द्वीप का परिचय (Island of Snakes)
यह द्वीप ब्राजील के साओ पाउलो तट से लगभग 33 किलोमीटर दूर अटलांटिक महासागर में स्थित है। केवल 43 हेक्टेयर (106 एकड़) में फैला यह छोटा द्वीप दुनिया के सबसे जहरीले सांपों का घर है। यहां की खास बात यह है कि इस द्वीप पर दुनिया में सिर्फ यहीं पाए जाने वाले ‘गोल्डन लैंसहेड पिट वाइपर’ (Bothrops insularis) हजारों की संख्या में निवास करते हैं।
स्थानीय लोगों के अनुसार, यहां हर वर्ग मीटर में एक से पांच सांप रहते हैं, जिसका मतलब है कि आप कभी भी किसी सांप से तीन फीट से ज्यादा दूर नहीं हो सकते! यही कारण है कि ब्राजील की नौसेना ने इस द्वीप पर आम लोगों के जाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा रखा है।
सांपों का इतिहास: यहां कैसे आए?
इन सांपों की कहानी लगभग 11,000 साल पुरानी है। अंतिम आइस एज (हिमयुग) के खत्म होने के बाद, समुद्र का जलस्तर बढ़ने लगा। इसके परिणामस्वरूप, यह द्वीप मुख्य भूमि से अलग हो गया और यहां के जानवर, जिनमें जरारका सांप भी शामिल थे, द्वीप पर फंस गए।
सबसे दिलचस्प बात यह है कि यहां सांपों के कोई प्राकृतिक शिकारी नहीं थे, और भोजन भी प्रचुर मात्रा में उपलब्ध था। इससे सांपों की संख्या में जबरदस्त वृद्धि हुई। और हजारों सालों के विकास के बाद, इन सांपों ने एक नई प्रजाति का रूप ले लिया – गोल्डन लैंसहेड पिट वाइपर, जो दुनिया में कहीं और नहीं पाया जाता!
खतरनाक विष
गोल्डन लैंसहेड का विष अत्यंत घातक है। इसका जहर हेमोटॉक्सिक होता है, जो मानव त्वचा और ऊतकों को गला सकता है! कहा जाता है कि अगर यह सांप किसी को काट ले, तो व्यक्ति 10-15 मिनट के अंदर मृत्यु का शिकार हो सकता है। ब्राजील में सांप के काटने से होने वाली 90% मौतों के लिए इसी प्रजाति के सांप जिम्मेदार माने जाते हैं।
हालांकि, वैज्ञानिकों का कहना है कि गोल्डन लैंसहेड आक्रामक नहीं होते और आमतौर पर मनुष्यों पर हमला नहीं करते। उनका जहर मुख्य रूप से पक्षियों को अचेत करने के लिए विकसित हुआ है, न कि स्तनधारियों को।
सांपों का भोजन
यह द्वीप कई प्रवासी पक्षियों के लिए विश्राम स्थल है। गोल्डन लैंसहेड मुख्य रूप से दो प्रजातियों का शिकार करता है – चिलीयन एलेनिया, जो वसंत में आते हैं, और पीले पैर वाले थ्रश, जो शरद ऋतु में आते हैं। सांपों का जहर इतना तेज होता है कि यह पक्षियों को तुरंत मार देता है, जिससे वे उड़ नहीं पाते।
दिलचस्प बात यह है कि द्वीप की दो स्थानीय पक्षी प्रजातियां – सदर्न हाउस रेन और बानानाक्विट – इन सांपों से बचने में सक्षम हैं।
संकटग्रस्त प्रजाति
हालांकि एक समय में इस द्वीप पर 430,000 सांप होने का अनुमान था, लेकिन वर्तमान अनुमानों के अनुसार यहां केवल 2,000 से 4,000 गोल्डन लैंसहेड बचे हैं। इनकी घटती संख्या के कारण, इन्हें IUCN रेड लिस्ट में “गंभीर रूप से संकटग्रस्त” (Critically Endangered) श्रेणी में रखा गया है।
अवैध शिकार और पालतू व्यापार इनकी संख्या में कमी का एक बड़ा कारण है। बाजार में एक गोल्डन लैंसहेड की कीमत $30,000 तक हो सकती है! कई लोग इन दुर्लभ सांपों को अवैध रूप से पकड़कर ब्लैक मार्केट में बेचते हैं, जिससे इनकी आबादी और भी तेजी से घट रही है।
रहस्यमयी कहानियां
स्नेक आइलैंड के बारे में कई डरावनी कहानियां प्रचलित हैं। एक कहानी के अनुसार, एक मछुआरा अनजाने में द्वीप पर केले तोड़ने गया था। वहां उसे सांप ने काट लिया और वापस अपनी नाव तक पहुंचते-पहुंचते उसकी मृत्यु हो गई।
दूसरी कहानी है लाइटहाउस के आखिरी ऑपरेटर और उसके परिवार की। एक रात, कुछ सांप खिड़की से अंदर घुस गए और उस आदमी, उसकी पत्नी और तीन बच्चों पर हमला कर दिया। बचने की कोशिश में वे अपनी नाव की ओर भागे, लेकिन ऊपर की शाखाओं से सांपों ने उन्हें काट लिया।
हालांकि, वैज्ञानिकों का कहना है कि गोल्डन लैंसहेड के द्वारा मनुष्य पर हमले का कोई प्रमाणित मामला नहीं है और ये कहानियां अफवाहों पर आधारित हो सकती हैं।
द्वीप आज
आज स्नेक आइलैंड के जंगल और घास के मैदान में हजारों सांप निवास करते हैं। 1909 में यहां एक लाइटहाउस बनाया गया था, जिसे अब स्वचालित कर दिया गया है और मानव उपस्थिति की जरूरत नहीं रही।
ब्राजील की सरकार ने इस द्वीप को सिर्फ वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के लिए खुला रखा है, वह भी विशेष अनुमति के साथ। यह प्रतिबंध न सिर्फ इंसानों की सुरक्षा के लिए है, बल्कि इन दुर्लभ सांपों के संरक्षण के लिए भी है।
क्या आप देख सकते हैं इन सांपों को?
अगर आप इन सांपों को देखना चाहते हैं, तो ब्राजील के साओ पाउलो में बुटंतान इंस्टीट्यूट, साओ पाउलो चिड़ियाघर, या सोरोकाबा शहर के ज़ूलॉजिको म्युनिसिपल क्विन्ज़िन्हो दे बैरोस में इन्हें सुरक्षित वातावरण में देख सकते हैं।
निष्कर्ष
स्नेक आइलैंड हमें प्रकृति की शक्ति और विविधता का अद्भुत उदाहरण देता है। यह हमें सिखाता है कि कैसे जीव अपने वातावरण के अनुसार विकसित होते हैं, और कैसे अलगाव नई प्रजातियों को जन्म दे सकता है।
हालांकि यह एक खतरनाक जगह है, लेकिन इसका संरक्षण भी उतना ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां एक अनूठी प्रजाति का अस्तित्व है जो दुनिया में कहीं और नहीं पाई जाती।
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